#संस्कार -
" बहू घर के काम निपटाने के बाद,अम्मा जी और मेरे पैरों की मालिश कर दिया करो "
" मम्मी जी मुझसे इतना काम नहीं हो पायेगा , बहुत थक जाती हूँ "
अरे.....!! अभी महीना भर हुआ नहीं तुम्हें आये हुए और तुम जवाब देने लगी हमें ....अम्माजी बुजुर्ग हैं , तुम उनके पैर की मालिश करने से मना कर रही हो ।
"आप कर दिया करें उनकी मालिश ,आप तो अभी एकदम ठीक हैं"
शर्म नहीं आती तुम्हें जवाब देते हुए ... यही संस्कार दिए हैं तुम्हारी माँ ने ???
संस्कार !! लेकिन वो आपने माँगा कहाँ था ??
शादी के पाँच दिन पहले आपने जिन सामानों की लिस्ट भिजवाई थी उसमें संस्कार तो कहीं नहीं लिखा था आप लोगों ने ..
"आपकी माँग को पूरा करने के लिए जब माँ ने अपने गहने और पापा ने जमीन गिरवी रखी तो मैंने उनके दिए हुए संस्कार भी गिरवी रख दिये "
बहू का यह कहते कहते गला भर आया ...और आंखों से आँशुओं की धारा बहने लगी ...
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